इस लेख में हम आपको गंजेपन के
लक्षण, कारण, इलाज, उपचार और उपाय (Baldness Symptoms,
Causes, Risk factors, Treatment, And Diagnosis) के
बारे में बताने का प्रयाश करेंगे और हमारी कोशिश यह रहेगी की आपको हम एक अच्छी से
अच्छी, संतोषजनक जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुंचा पायें। इस जानकारी के
बाद आपको कही और जानकारी लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी | कुछ बेहतरीन सा बताएँगे, चलिए
शुरू करते हैं।
गंजापन क्या है ? (What Is Baldness In Hindi ?) (What is Alopecia in Hindi?)
गंजेपन को Alopecia के नाम से भी जाना जाता है। गंजापन एक ऐसी स्तिथि होती है जब हमारे सिर
से अत्यधिक मात्रा में बाल टूटने, गिरने या झड़ने लगते हैं, तब हमे यह समस्या देखने
को मिलती है। गंजापन एक आम समस्या है जो किसी को भी अपना शिकार बना सकती है। बढ़ते
उम्र के साथ बाल सिर के बाल पूरी तरह से झड़ जाते हैं इसी को गंजापन कहते हैं, जो
कि एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन जब उम्र से पहले बाल टूटने या झड़ने लग जाएँ, तब
यह एक समस्या का रूप ले लेती है।
एक स्वस्थ व्यक्ति के सिर से 50 से 100
बाल टूटते या झड़ते हैं जो की पूरी तरह सामान्य है, लेकिन अगर इससे ज्यादा बाल झड़ने
और गिरने की तुलना में नए बाल कम उगते हैं , तो यह जरुर चिंता का विषय है और इसी
को गंजापन कहते हैं। गंजापन की समस्या महिला और पुरुष दोनों में देखी जा सकती है।
जब बाल पैटर्न में गिर रहे हों, चाहे वो महिला हो या पुरुष , उसे भी गंजापन कहते
हैं।
गंजापन के लक्षण – Symptoms of
Baldness or Alopecia in Hindi
गंजापन एक समस्या है जिसके भिन्न –
भिन्न लक्षण हो सकते हैं। यदि आपको भी इस तरह के लक्षण देखने को मिलता है तो
उन्हें अनदेखा नहीं किया जा सकता। गंजेपन के लक्षण कुछ इस तरह से शामिल हैं।
1.
बालों का कम हो जाना – एक व्यक्ति के सिर से सामान्य 50 से
100 बाल प्रतिदिन गिरते है। अगर यह संख्या सामान्य बाल के झड़ने की अपेक्षा बढ़ जाती
है, तब हमारे सिर में बाल कम होने लगते हैं और हमे गंजेपन का शिकार होना पड़ता है।
2. बालों का पतला हो जाना – कई बार किसी पोषक तत्व की कमी या बालों में केमिकल का ज्यादा
इस्तेमाल करने के कारण बाल पतले होने लगते है, जिस कारण इनके टूटने और झड़ने की गति सामान्य से बढ़ जाती है।
3. बालों का कुछ हिस्सा या गुच्छा जड़
से टूट जाना – कभी – कभी अचानक से किसी कारण वश जैसे
किसी घटना होने के कारण या किसी पोषक तत्व की कमी के कारण बालों का एक समूह या
उसका जड़ ही टूट जाता है जिसके कारण उस जगह के बाल दोबारा फिर कभी नहीं उगते और
गंजेपन के शिकार हो जाते हैं।
4. बालों के स्थान पर घाव या दरार का
होना – हमारे सिर में पोर्स होते हैं जहाँ से बाल जड़ से बाहर आते हैं ।
अक्सर ये होता है कि इन्ही पोर्स के ऊपर या उसके आस – पास घाव , फोड़े या दरार बन
जाते है जिसके कारण वहा बैक्टीरिया की मात्रा बढ़ जाती है। ये हमारे बालों के जड़ो
को नुकसान पहुंचाने का काम करती है और हमे टूटते और झड़ने बाल देखने को मिलता है।
5. अचानक से बाल झाड़ना – एक मानशिक और शारीरिक सदमा भी बाल झड़ने या टूटने का कारण हो सकता है ।
इसमें कंघी करते समय, बाल धोते समय या थोडा पकड़ के हलके हाथो से खीचने पर मुट्ठी
भर बाल हाथों में टूटकर आ जाते हैं। इस प्रकार के गंजेपन में सिर के बाल पूरी
तरह से झड़ जाते हैं।
6. पुरे शरीर के बाल झड़ना – कुछ स्तिथि में या चिकित्सा उपचार , जैसे की कैंसर के लिए कीमोथेरेपी
होने के परिणामस्वरुप आपके शरीर से पुरे बाल झड सकते हैं । हालाँकि, आमतौर पर बाल
वापस से उग जाते हैं।
ये कुछ अन्य लक्षण हैं जो बालों के
झड़ने या गंजापन के साथ देखे जा सकते हैं वे कुछ इस तरह हैं: Some Other
Symptoms Of Baldness or Alopecia In
Hindi.
1.
बालों की कमजोरी और नाजुकता ।
2. बालों के स्थान पर रोमछिद्रों का
अनुभव करना ।
3. स्कैल्प पर खुजली और दर्द।
4. बालों के स्थान पर सूखे दाने, खुजली, एक्जिमा, या
स्कैलिंग का मौजूद होना।
5. बालों के स्थान पर छाले या फोड़ों
का विकास होना ।
6. बालों की चमक और मुलायमी में कमी
होना ।
7. बालों का तेजी से सफेद हो जाना ।
8. बालों की संख्या में अधिक कमी होना ।
9. बालों के स्थान पर झुर्रियां नजर
आना ।
10. स्कैल्प की खुजली या एक्जिमा का
होना ।
11. बालों के स्थान पर सूखे दाने या
चकत्ते निकलना ।
गंजापन या बालों के झड़ने के अलावा
अन्य लक्षण भी हो सकते हैं जो इस स्थिति से जुड़े होते हैं। ये लक्षण हैं:
1.
सिर में दर्द रहना ।
2.
त्वचा का सुखा हो जाना ।
3.
स्कैल्प पर लाल चकत्तो का दिखना ।
4.
खुजली या त्वचा की अन्य परेशानियां महसूस होना ।
5.
स्कैल्प पर गंध का अनुभव का होना ।
6.
बालों की तरह नुकीले चूंटियों की
उत्पत्ति या ग्रंथियों का विकास होना ।
यदि आपको ये लक्षण दिखाई देते हैं,बालों के झड़ने या गंजापन (Alopecia) के इन लक्षणों को अनदेखा नहीं किया
जाना चाहिए,
इसलिए इन समस्याओं को जल्द से जल्द
चिकित्सक से परामर्श के लिए सूचित करना चाहिए। आपके चिकित्सक आपको इन समस्याओं के
लिए उचित उपचार देंगे जो बालों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करेंगे।
गंजापन (गंजा) होने के कारण और जोखिम कारक
– Baldness
(Alopecia) Causes and Risk Factors in Hindi
गंजापन के क्या कारण हो सकते हैं ?
1.प्रोटीन की कमी – Lack Of
Protein cause Baldness Or Alopecia
जब कभी भी हमारे भोजन या आहार में
प्रोटीन की मात्रा में कमी होने लगती है, उस वक्त हमारा शरीर बालों के विकास को
रोककर शरीर में बचे हुए protien को बचाने में लग जाता है। प्रोटीन की कमी 3 से 4 महीने में दिखने लगता है ।
2. एलोपिशिया (Alopecia)
एलोपिसिया एक तरह की अचानक से होने
वाली समस्या है जिसमे बाल झड़ने लगते हैं । यह एक चिकित्सा शब्द है जो बालों के झड़ने
को संदर्भित करता है । यह बाल झड़ने की समस्या बच्चों और किशोरों दोनों में एक कारण
बनती है । एलोपिसिया के कई प्रकार हैं , जिसमें एलोपिसिया एरीटा (Alopecia
Areata) है । यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (AutoImmune Disorder) हैं , जो पुरे शरीर से बालों के झड़ने का कारण बनता है । अभी तक एलोपिसिया एरीटा (Alopecia Areata)
के लिए कोई संभव इलाज नहीं है । हालाँकि, कुछ ऐसे उपचार उबलब्ध हैं जो इस मामले में
बालों के झड़ने की गति को धीमा कर सकते हैं , लेकिन पूरी तरह से इसका इलाज , अभी तक संभव
नहीं है ।
3. विटामिन बी की कमी होना – Lack of
Vitamin B for Baldness or Alopecia
अगर हमारे शरीर में विटामिन बी की कमी
हुई या विटामिन बी पर्याप्त मात्रा में शरीर को नहीं मिल पा रहा, तब यह गंजेपन का
कारण बन सकता है ।
4. अनुवांशिक बालों का झड़ना – Genetic
Hair Loss cause Baldness
इस प्रकार का बाल झड़ना पुरुषों और
महिलाओं दोनों में देखे जाते हैं, जो दुनिया भर में बालों के झड़ने का सबसे आम कारण है । पुरुषों में इसे मेल
पैटर्न हेयर लोस (Male Pattern Baldness) भी कहते हैं । और महिलाओं में इसे फीमेल
पैटर्न हेयर लोस (Female Pattern Baldness) कहा
जाता है । इस समस्या को मेडिकल के शब्द में एंड्रोजेनिक अलोपिशिया (Androgenic
Alopecia) कहा जाता है ,भले ही यह समस्या एक
पुरुष या महिला में विकसित हो ।
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की आप किस
शब्द का इस्तेमाल करते हैं , इसका मतलब साफ है की आपने विरासत में जीन (Inherited
Gene) प्राप्त किये हैं जो आपके बालों के रोम (जहाँ से बाल उगते या निकलते हैं)को सिकोड़ते हैं और अंततः आप के बालों को बढ़ने से रोकते हैं । यह सिकुडन आपकी
किशोरावस्था मे भी शुरू हो सकती है,लेकिन आमतौर पर यह जीवन के बाद शुरू होती है ।
महिलाओं में, वंशानुगत बालों के झड़ने का
पहला ध्यान देने योग्य संकेत आमतौर पर बालों का समग्र रूप से पतला या चौड़ा होना
होता है ।
जब किसी व्यक्ति का वंशानुगत रूप से
बाल झड़ना शुरू होता है तब पहला संकेत यह होता है कि उसके सिर के शीर्ष पर एक घटती हेयर लाइन दिखाई देने लगती है और उस जगह पर गंजा होने लगता है ।
क्या पुनर्विकास संभव है ?
हाँ, ऐसे बहुत सारे उपचार हैं जो बालों के झड़ने को रोकने या धीमा करने में मदद कर सकते हैं । यह बालों को दोबारा से उगने में भी मदद कर सकता है । अगर आपके सिर पर भी कुछ ऐसा दिखाई दे तो तुरंत ही आप अपने चिकित्सक से संपर्क करें क्यूंकि बिना उपचार के आपके बाल लगातार झड़ते रहेंगे ।
5. उम्र का बढ़ना – Age can also
cause Baldness
बढ़ती उम्र के साथ, ज्यादातर लोगों को बालों के झड़ने का पता चलता है क्यूंकि बालों का विकास धीमा हो जाता है । कुछ जगहों
या बिंदु पर बालों के रोम, बाल बढ़ाना या उगाना बंद कर देते हैं, जिस कारण से हमारे
स्कैल्प पर बाल पतले हो जाते हैं । बढ़ती उम्र के साथ बाल भी अपना रंग खोने लगते
हैं । एक महिला के केश (बाल) स्वाभाविक रूप से पीछे की तरफ हटने लगते हैं ।
6. एलोपिसिया एरिटा – Alopecia Areata can cause Baldness
एलोपिसिया एरिटा (Alopecia
Areata) एक आम ऑटोइम्मुन डिसऑर्डर है जो सिर, चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों
में, पैच में बालों के झड़ने का कारण बनता है । यह पुरुषों और महिलाओं दोनों को
प्रभावित करता है और यह किसी भी उम्र में हो सकता है । ऐसी स्तिथि तब होती है जब
हमारी रोग प्रतिरक्षा प्राणाली बालों के रोम (जहाँ से बाल उगते हैं या जो बालों को
पकड़ के रखता है) पर हमला करती है जिस कारण बाल झड़ने लगते हैं । इसके लक्षण एक
व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं । इस समस्या में बालों का झड़ना
शरीर के अन्य हिस्से जैसे नाक के अन्दर, कानों में, हो सकता है । कुछ लोगों के
दाढ़ी, भौहों और पलकों से भी बाल झड़ जाते हैं । सबसे आम लक्षण खोपड़ी पर बालों का
झड़ना होता है जो कुछ मामलों में गंजापन का
रूप ले लेता है ।
एलोपिसिया एरिटा (Alopecia
Areata) का कोई ज्ञात इलाज नहीं है लेकिन अगर आप कुछ उपचार का सहारा लेते हैं
तो आप संभवतः अपने बालों को वापस उगा सकते हैं ।
7. कीमोथेरेपी – Chemotherapy can
Cause Baldness
कैंसर (Cancer) जैसे बीमारी का इलाज
करने के लिए कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है । यदि कोई व्यक्ति कीमोथेरेपी
ट्रीटमेंट को करवाता है या कोई भी रेडिएशन ट्रीटमेंट अपने शरीर पर प्रयोग करवाता है
तो इस उपचार के कुछ हफ्तों के बाद , आप अपने शरीर के अधिकांश या लगभग सभी बाल खो
सकते हैं ।
इसमें चिंता करने का विषय नहीं हैं, हालाँकि
इसमें आपके शरीर के पुरे बाल वापस से बढ़ या उग जाते हैं ।
8.गर्भावस्था, बीमारी या तनाव –
Childbirth , illness, or Other Stress cause Baldness
जन्म देने के कुछ महीने बाद, किसी
बीमारी से उबरने या ऑपरेशन होने के बाद, आप अपने कंघी या ब्रश या अपने तकिये पर
बहुत अधिक बाल देख सकती हैं । यदि आपके जीवन में तनाव ज्यादा रहता है या आप तनाव
ज्यादा लेते हैं तो इसका सीधा असर आपके बालों पर पड़ता है । बालों के झड़ने का ,
तनाव एक बहुत बड़ा कारण होता है । तनाव के
कारण आपके बाल कमज़ोर पड़ सकते हैं और सामान्य से ज्यादा झड़ सकते हैं । तनाव के कई
कारण हो सकते हैं जैसे किसी की मृत्यु , तलाक, नौकरी आदि ।
यदि तनाव बंद हो जाता है तो आपका शरीर
फिर से समायोजित हो जायेगा और बाल झड़ना बंद हो जायेगा । जब आपका बाल झड़ना बंद हो
जाता है, तो ज्यादातर लोग देखते हैं कि उनके बाल 6 से 9 महीने के भीतर अपनी
सामान्य परिपूर्णता वापस पा लेते हैं ।
9. बालों की देखभाल – Hair Care
अगर आप अपने बालों को कलर करते हैं, पर्म
करते हैं या रिलैक्स करते हैं, तो आप कहीं – न – कहीं अपने बालों को भारी नुकसान पंहुचा रहे हैं । बढ़ते समय के साथ , इसके
प्रयोग से यह बाल झड़ने का कारण बन सकता है ।
यदि आप अपने बालों के देखभाल के तरीके
को बदल सकते हैं ता आप अपने बालों को झड़ने से रोक सकते हैं । जब आप एक बार एक बाल
के कूप (फॉलिकल) को नुकसान पहुंचाते हैं. तो उस कूप से बाल नहीं बढ़ सकते । कई
क्षतिग्रस्त बालों के रोम होने से स्थायी गंजे धब्बे बन जाते हैं ।
10. हेयरस्टाइल करना या बार – बार बालों
को खीचना – Hairstyle Pulls on your scalp Cause Baldness
यदि आप अक्सर अपने बालों को कसकर पीछे की
तरफ खीचते हैं या पढाई या कुछ कम करते वक्त जब आप अपने बालों को खीचते या उसको
घुमाते रहते हैं, तो ऐसे लगातार खीचने से बाल स्थायी रूप से झड़ सकते हैं । इस
स्तिथि को मेडिकल की भाषा में ट्रैक्शन एलोपेसिया (Traction
Alopecia) कहते हैं ।
इसमें आपके बालों का दोबारा से वापस
आना असंभव है लेकिन आप कुछ बदलाव करके अपने बालों को झड़ने से रोक सकते हैं ।
11. हार्मोनल असंतुलन – Hormnonal Imbalance
can cause Baldness
होर्मोनेस के असंतुलित होने का एक
सामान्य कारण पोलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOD) होता है । यह कई अन्य संकेतों और
लक्षणों के साथ एक महिला के अंडाशय पर अल्सर की ओर जाता है, जिसमे बालों का झड़ना
शामिल हो सकता है । कुछ प्रकार की जन्म नियंत्रण गोलियों को लेने से अस्थायी
हार्मोनल असंतुलन हो सकता है । जो महिलाएं हार्मोनल असंतुलन विकसित करती है या
जिसमे यह समस्या होती है, उनके सिर पर पतले बाल (या बालो के झड़ने) विकसित हो सकते
हैं ।
क्या पुनर्विकास संभव है ?
उपचार ही एक मात्र उपाय है ।
12. खोपड़ी के सन्क्रमण – Scalp Infection cause
Baldness
कभी – कभी खोपड़ी पर पपड़ीदार और कभी
सुजन जैसे क्षेत्र दिख सकते हैं । आप यह देख सकते हैं कि आपके सिर पर ये बिंदु
क्या हैं ? ये वास्तव में बालों के स्टब्स होते हैं जो बालों को कमज़ोर बनाते हैं
जिससे बालों के रोमछिद्र बंद होने लगते हैं और बालों को उगने में बहुत समस्या होती
है ।
इसमें बालों का पुनर्विकास संभव है ।
उपचार के माध्यम से सन्क्रमण से छुटकारा पाया जा सकता है । एक बार जब सन्क्रमण साफ़
हो जाता है, तो बाल बढ़ने लगते हैं ।
13. दवाई का इस्तेमाल – Medication can
Cause Baldness
कुछ दवाओं का एक संभावित दुष्प्रभाव
बालों का झड़ना हो सकता है । अगर आपको ऐसी आशंका है की कोई दवा आपके बालों के झड़ने
का कारण बन रही है , तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें और दवा के संभावित
दुष्प्रभाव के बारे में जरुर ध्यान रखें । यह ध्यान रहे की आपको डॉक्टर के मना
करने से पहले आप दवा लेना बंद ना करें । कुछ दवाओं को अचानक से बंद करने से स्वास्थ
सम्बंधित गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं ।
क्या पुनर्विकास संभव है ?
जी हाँ ।
14. जहर का प्रकोप – Poison effects can
Cause Baldness
अगर हम ज्यादा से ज्यादा समय जहरीली
पदार्थों और जगहों पर बिताते हैं, तो यह धीरे – धीरे हमारे बालों के झड़ने का कारण
बन सकता है । अगर हम जहरीले पदार्थो का सेवन भी करते है तो यह समस्या हो सकती है ।
बालों के झड़ने का कारण बनने वाले जहरों में आर्सेनिक, थैलियम, पारा और लिथियम शामिल
हैं । यदि आप बहुत ज्यादा मात्रा में वारफेरिन का सेवन करते हैं, जो चूहे के जहर
में पाया जाता है , तो यह भी बालों के झड़ने का कारण बन सकता है । बहुत ज्यादा मात्रा
में विटामिन ए और सेलेनियम लेना भी विषैला होता है और बालों के झड़ने का कारण बन
सकता है ।
क्या पुनर्विकास संभव है ?
हाँ, जब आप जहर के संपर्क में नहीं आते
हैं, तब आपके बाल फिर से उगने लग जाते हैं ।
15. थाइरोइड डिजीज – Thyroid Disease can
Cause Baldness
थाइरोइड की समस्या में बाल पतले होने
लगते हैं । अगर आपको भी थाइरोइड की समस्या है , तो आप बालों को पतला होते हुए देख
सकते हैं । कुछ लोग नोटिस कर सकते हैं की जब वे कंघी या ब्रश करते हैं तो उनके बाल
गुच्छों में निकल आते हैं । अगर आपको
थाइरोइड है, तब आपको यह लक्षण देखने को मिल सकता है ।
क्या पुनर्विकास संभव है ?
हाँ, थाइरोइड रोग का इलाज करने से
बालों के झड़ने की समस्या को रोका जा सकते है ।
गंजेपन के जोखिम कारक ? – Risk Factors
of Baldness
1.
शरीर में पोषण की कमी होना
2. शरीर में खून की कमी होना
3. थाइरोइड रोग से संक्रमित होना
4. शुरू से चली आ रही बीमारी का
पारिवारिक इतिहास
5. मानसिक तनाव
6. बढती उम्र
7. अधिक दवाइयों का सेवन करना
8. सिर तथा अन्य जगहों पर इन्फेक्शन का
होना
गंजेपन (गंजा होने) से बचाव – Prevention Of Baldness
or Alopecia in Hindi
निचे बताये गए टिप्स बालों के झड़ने से रोकथाम
करने में आपको मदद कर सकती हैं ।
1. संतुलित आहार – Balance Diet Prevent Baldness or Alopecia
संतुलित आहार हमारे बालों को झड़ने से रोकने में काफी मदद करते हैं । आयरन, जिंक और विटामिन बी 12 जैसे खनिजों से भरपूर संतुलित आहार आपके बालों को स्वस्थ और मज़बूत बनाए रखने में मदद कर सकता है । कुछ खाद्य पदार्थ स्वस्थ बालों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं उनमे अंडे, पालक, साल्मन और नट्स शामिल हैं । आपको अपने डाइट में विटामिन सी का भी सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए और विटामिन सी का सबसे बड़ा श्रोत आवला होता है । आपको आवलें का सेवन जरुर करना चाहिए ।
2. ज्यादा मात्रा में प्रोटीन लें – Maximum intake Of Protein cures Baldness
बालों के रोम (Follicles) ज्यादातर
केराटिन (Keratin) नामक प्रोटीन से बने होते हैं । बालों के झड़ने वाले 100 लोगों के 2017 के एक
अध्ययन में प्रतिभागियों में कई पोषण सम्बन्धी कमियों का उल्लेख किया गया है, जिसमे
एमिनो एसिड शामिल है जो की प्रोटीन के निर्माण के निर्माण खंड के रूप में काम करते
हैं ।
इसलिए प्रोटीन से भरपूर आहार खाने से
बालों के झड़ने को रोकने में मदद मिल सकती है । कुछ इस तरह के खाद्य पदार्थ जैसे
अंडे, पालक, सेम और मटर, मछली, मुर्गा शामिल हैं ।
3. अपने बालों को बार – बार घुमाने, खीचने
या रगड़ने से बचें ।
4. हमेशा स्वस्थ रहने की कोशिश करें
क्यूंकि स्वस्थ रहना बालों के लिए बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है । धुम्रपान का सेवन न
करें, अत्यधिक तनाव से बचें, नियमित रूप से व्यायाम करें और शराब का सेवन कम से कम
करें ।
5. अपने बालों को अधिक से अधिक संरक्षित करें । सुबह – शाम दोनों समय अपने बालों को हर्बल शैम्पू से धोएं, केमिकल
जैसी चीज़ों का इस्तेमाल अपने बालों के लिए ना करें । अधिक गर्मी वाले धुप में बाहर
ना जाएँ और गर्म उपकरणों का प्रयोग कम करें ।
6. अपनी जीवनशैली को संतुलित रखें ।
समय पर नींद लें, तनाव को कम करने के लिए ध्यान करें और नियमित रूप से विशेषज्ञ से
सलाह लें ।
7. कुछ दवाईयां बालों के झड़ने को रोकने
और उन्हें मजबूत बनाने में मदद करती हैं । लेकिन उन दवाओं का इस्तेमाल करने से
पहले आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए ।
8. बालों के लिए घरेलु उपचार जैसे
अदरक, प्याज़, नीम के पत्ते, मेथी दाना और अंजीर शामिल हैं । आपको इन सभी का सेवन
करते रहना चाहिए । ये आपके बालों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं ।
ध्यान दें कि गंजेपन की समस्या अधिक होने पर डॉक्टर से सलाह लेना जरुरी होता है । उनकी सलाह के अनुशार आपको ट्रीटमेंट कराना चाहिए ।
और पढ़ें:- चेहरे के लिए आसान घरेलू ब्यूटी टिप्स -- चेहरे पर चमक पाने के उपाय
गंजेपन का परिक्षण – Diagnosis of
Baldness or Alopecia in Hindi
गंजेपन का निदान (Treatment of
Alopecia) करने से पहले डॉक्टर आपका शारीरिक परिक्षण कर सकते हैं । आपके डॉक्टर
आपके आहार, आपके बालों की देख - भाल करने की दिनचर्या, आपके किसी अन्य चिकित्सा के
बारे में और आपके पारिवारिक इतिहास के बार में पूछ सकते हैं । आपके परिक्षण भी हो
सकते हैं, वो परिक्षण कुछ इस तरीके के हो सकते हैं जैसे :-
1. चिकित्सा इतिहास (Medical
History) :- आपका डॉक्टर आपसे चिकित्सकीय इतिहास के
बारे में सवाल पूछकर शुरू करेगा, जिसमे वो आपसे आपके गंजेपन के पारिवारिक इतिहास के
बारे में पूछ सकता है, वो आपके किसी बीमारी से संक्रमित होने के बारे में पूछ सकता
है, जिसमे बाल झड़ने की संभावना हो । वे आपके द्वारा वर्तमान में ली जा रही किसी भी दवा
के बारे में भी पूछेंगे, क्यूंकि कुछ दवाएं बालों के झड़ने का कारण बन सकती है ।
2. शारीरिक परिक्षण (Physical
Examination)
:- बालों को झड़ने के पैटर्न और झड़ने की सीमा का
आकलन करने के लिए आपकी खोपड़ी और बालों की पूरी तरह से शारीरिक जाँच की जाती है ।
आपका डॉक्टर आपके बालों के घनत्व यानि डेंसिटी की जाँच करेगा, खोपड़ी पर किसी प्रकार
का सुजन या निशान है तो उसका भी जाँच करेगा और बालों के रोम का मूल्यांकन भी करेगा
।
3. पैटर्न की पहचान (Pattern
Identification) :- गंजापन हमेशा एक पैटर्न में होता है और
बालों के झड़ने के पैटर्न की पहचान करने से बुनियादी कारण को निर्धारित करने में
मदद मिल सकती है । पुरुषों में गंजेपन का सबसे आम पैटर्न मेल पैटर्न गंजापन या एंड्रोजेनिक
अलोपिशिया (Androgenic Alopecia) के
रूप में जाना जाता है, जो एक घटती हुई हेयर लाइन और स्कैल्प पर बालों के पतले होने की
विशेषता है । महिलाओं में, बालों का झड़ना आमतौर पर खोपड़ी पर बालों के पतले होने के
रूप में होता है ।
4. पुल टेस्ट (Pull Test) :- इस टेस्ट में बालों की मजबूती का आकलन
किया जाता है और बालों के डेवलपमेंट साइकिल की निर्धारित करने के लिए बालों को धीरे
– धीरे खीचने का प्रयास किया जाता है । इसमें डॉक्टर आपके सिर पर हाथ फेरता है और
देखता है की आपके कितने मात्रा में बाल टूटकर हाथ में आ रहे हैं । यह बालों के झड़ने के मुख्य कारण के बारे में
जानकारी प्रदान कर सकता है जैसे कि
टेलोजेन एफ्लुवियम (अत्यधिक शेडिंग) या एनाजेन एफ्लिवियम (बालों के विकास में बाधा)
के बारे में जानकारी प्रदान कर सकता है ।
5. स्कैल्प बायोप्सी (Scalp Biopsy) :- कुछ मामलों में, बालों के फॉलिकल्स का मूल्यांकन
करने और बालों के झड़ने के कारण को निर्धारित करने के लिए स्कैल्प बायोप्सी की प्रक्रिया
को किया जा सकता है । इस प्रक्रिया के दौरान, बाल का एक छोटा सा अंश निकाला जाता
है और माइक्रोस्कोप के नीचे जाँच की जाती है और यह देखा जाता है कि बालों में कोई
इन्फेक्शन है या नहीं । स्कैल्प बायोप्सी एलोपेसिया एरिटा (एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर)
सिकाट्रीकियल एलेपेसिया (बालों का झड़ना) या अन्य स्कैल्प विकारों जैसी स्तिथियों
की पहचान करने मदद मिलती है ।
6. खून जाँच (Blood Test) :-
बालों के झड़ने में योगदान देने वाले मुख्य चिकित्सा स्तिथियों या हार्मोनल
असंतुलन की जाँच करने के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है । जैसे इसमें थाइरोइड फंक्शन, टेस्टोस्टेरोन
और DHEA – S स्तर और आयरन की जाँच होती है ।
7. लाइट माइक्रोस्कोपी (Light
Microscopy) :-
आपका डॉक्टर बीमारी के आधार पर छंटे हुए बालों की जाँच करने के लिए एक विशेष उपकरण
का उपयोग करता है । माइक्रोस्कोपी बाल शाफ़्ट यानि हेयर शाफ़्ट के संभावित विकारों
को उजागर करने में मदद करता है ।
गंजेपन (गंजा होने) का इलाज – Treatment of
Baldness or Alopecia In Hindi
अब यहाँ हम गंजेपन के इलाज के बारे में
(Treatment
of Alopecia) आपको बताएँगे । कुछ प्रकार के बालों के
झड़ने या गंजेपन के लिए प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं । आप अपने बालों को उलट
सकते हैं , या कम से कम इसे धीमा कर सकते हैं । कुछ स्तिथियों के साथ जैसे patchy
बालों का झड़ना (Alopecia Areata), एक वर्ष के भीतर बाल बिना उपचार के वापस आ सकते हैं । बालों के झड़ने
के उपचार में दवाएं और सर्जरी शामिल हैं ।
एक सामान्य तरह का गंजापन होता है जिसे
हम पुरुष पैटर्न गंजापन (Male Pattern Baldness) कहते हैं. इस तरह के गंजेपन में इलाज की आवश्यकता नहीं होती क्योंकि यह समस्या उम्र के साथ – साथ होती है और हमारे शरीर
के लिए कोई गंभीर समस्या पैदा नहीं करती ।
इलाज के लिए कुछ विकल्प इस प्रकार हैं
–
1. दवाएं
यदि आपके बालों का झड़ना किसी मुख्य बीमारी
के कारण होता है, तो उस बीमारी के लिए उपचार आवश्यक है । यदि कोई निश्चित दवा
बालों के झड़ने का कारण बन रही है, तो आपका डॉक्टर उस दवा को कुछ महीनों के लिए
बंद करने की सलाह दे सकता है । गंजेपन के इलाज के लिए निम्न दवाएं शामिल हैं । सबसे आम
विकल्पों में शामिल है –
(i).मिनोक्सिडील रोगैने (Minoxidil Rogaine)
: मिनोक्सिडिल एक
सामयिक (topical) दवा है, जिसे दिन में दो बार खोपड़ी पर लगाया जाता है । यह
स्कैल्प में रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करने का काम करता है, जो बालों के रोम में अधिक
पोषक तत्व पहुँचाने में मदद करते हैं । यह बालों के विकास को उत्तेजित करता है और
बालों के विकास चक्र को बढाता है ।
मिनोक्सिडिल, फोम या तरल जैसे विभिन्न
फार्मूलेशन में उबलब्ध है । यह आम तौर पर दिन में दो बार उपयोग किया जाता हैं ।
इसका परिणाम दिखने में कुछ महीनें लग सकते हैं । मिनोक्सिडिल उन लोगों के लिए
सबसे ज्यादा प्रभावी है जो बालों के जल्दी - जल्दी झड़ने का अनुभव कर रहे हैं । इसका उपयोग महिला
पैटर्न गंजापन (Female Pattern Baldness)
के लिए भी किया जाता है ।
(ii). Finasteride
(Propecia): यह पुरुषों के लिए एक प्रिस्क्रिप्शन
ड्रग है । आप इस रोजाना के रूप में ले सकते हैं । इसे दिन में एक बार मुँह से लिया
जाता है । यह मुख्य रूप से पुरुष पैटर्न गंजापन (Male Pattern
Baldness) के इलाज के लिए उपयोग की जाती है । यह टेस्टोस्टेरोन
को डायहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (डीएचटी) में परिवर्तित होने से रोकता है, जिसे बालों
को झड़ने में एक योगदान माना जाता है ।
(iii)
कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroid) : ऑटोइम्यून – सम्बंधित बालों को झड़ने के
मामलों में, जैसे की एलोपेसिया एरिटा (Alopecia Areata) । इसमें कोर्टिकोस्टेरॉयड
दवाओं को खोपड़ी में इंजेक्ट किया जाता है । यह दवाएं प्रतिरक्षा प्राणाली के असर
को दबाने या कम करने में और बालों के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है ।
2. बालों का प्रत्यारोपण (Hair
Transplant)
यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें
बालों के रोम को खोपड़ी के एक हिस्से से दुसरे हिस्से में ले जाना शामिल होता है ।
हेयर ट्रांसप्लांट प्रक्रिया के दौरान एक त्वचा विशेषज्ञ या कास्मेटिक सर्जन सिर
के उस हिस्से से बाल बालों को हटा देता है जिसमे बाल मौजूद होते हैं और इसे गंजे
वाले स्थान पर ट्रांसप्लांट किया जाता है । बालों के प्रत्येक पैच में एक से लेकर
कई बाल (माइक्रोग्राफ्ट और मिनीग्राफ्ट) होते हैं ।
कभी – कभी बालों के कई समूहों वाली
त्वचा की एक बड़ी पट्टी ली जाती है । इस प्रक्रिया में अस्पताल में भरती होने की
आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन यह दर्दनाक है इसलिए आपके किसी भी असुविधा को कम
करने के लिए बेहोश करने वाली दावा दी जाती है ।
गंजापन के इलाज के लिए सर्जिकल
प्रक्रियाएं आमतौर पर बिमा द्वारा कवर नहीं होती हैं ।
3. लो लेवल लेज़र थेरेपी (Low Level
Laser Therapy): यह एक नॉन – सर्जिकल उपचार है जो बालों
के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए लो लेवल लेज़र का उपयोग किया जाता है ।
यह खोपड़ी पर कम फ्रीक्वेंसी वाली लाल बत्ती का उत्सर्जन करता है । यह बालों के रोम
को उत्तेजित करता है, रक्त प्रवाह को बढ़ाता है और बालों के विकास को बढ़ावा देता है
। फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पुरुषों और महिलाओं में वंशानुगत बालों के झड़ने
के इलाज के लिए निम्न स्तर के लेज़र डिवाइस को मंज़ूरी दे दी है । कुछ छोटे अध्ययनों
से पता चला है की यह बालों के घनत्व में सुधार करता है । दीर्घकालिक प्रभाव दिखाने
के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है ।
गंजेपन की होम्योपैथिक दवाएं
– Homeopathic
Medicine for Hair Fall
इसमें एक बात ध्यान देने वाली है की गंजेपन
का होम्योपैथिक उपचार (Homeopathic Medicine for Hairfall) की प्रभावशीलता
वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुई है, और किसी भी नए उपचार को शुरू करने से पहले
हमेशा एक योग्य स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है ।
यहाँ कुछ होम्योपैथिक उपचार दिए गए हैं
जिनका उपयोग कुछ लोग बालों के झड़ने को रोकने के लिए इस्तेमाल करते हैं ।
1. सिलीसिया (Silicea): जब बालों का झड़ना कम करने कि बात आती है, तो होम्योपैथिक के अधिकांश
विशेषज्ञ सिलिसिया पर भरोसा करते हैं और रोगियों को यह दवा देते हैं । यह दवा
सैंडस्टोन के साथ मानव उत्तकों (Human Tissue) द्वारा तैयार की जाती है और
बालों के विकास को मज़बूत करने और बालों के रूखेपन को दूर करने के लिए जानी जाती है
। यह बालों के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए सभी बालों को पोषण देने में मदद
करता है । होम्योपैथिक में, सिलिसिया एक प्रकार का नमक है जो 12 उत्तक कोशिका
लवणों में से एक है ।
2. कैलियम कार्बोनिकम (Kalium
Carbonicum): यह एक अन्य लोकप्रिय दवा है जो उन
योगिकों से प्राप्त होती है जिनका उपयोग Egyptians कांच तैयार करने के लिए करते थे
। बालों को पतला होने और भंगुर बालों को रोकने के लिए होम्योपैथी डॉक्टरों के
द्वारा इस दवा की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है । इस प्रकार, यह बालों को बढ़ावा देता
है । यह दवा उन लोगों के लिए आदर्श है जो आरक्षित और पारंपरिक हैं ।
होम्योपैथ में ऐसी और भी प्रभावशाली
दवाएं है जो हेयर फाल को रोकने तथा इस समस्या से छुटकारा पाने में मदद कर सकती हैं
। इस पर एक अलग से पोस्ट लाने का प्रयाश करेंगे, तब तक के लिए आप हमसे जुड़ें
रहें ।
आशा करते हैं की आपको गंजेपन के लक्षण, कारण और इसके उपचार (Alopecia or Baldness
Symptoms, Causes and Treatment)
के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला होगा । अगर यह पोस्ट पढ़कर आपको अच्छा लगा और
कुछ भी खाश जानकारी मिली हो तो इसे अपने तक ना रखें, इसे ज्यादा – से – ज्यादा
लोगों तक पहुचाएं । आज के दौर में ऐसे बहुत से लोग हैं जो गंजेपन से परेशान हैं, तो
आप उन लोगों तक यह पोस्ट जरुर भेजें और उनको सही जानकारी से रूबरू कराएँ । ऐसे ही
मज़ेदार हेल्थ tips और ढेर सारी जानकारी पाने के लिए हमे सब्सक्राइब करें और नए
पोस्ट तुरंत पायें ।
FAQ
1. नए बाल उगने के उपाय
(i) स्वस्थ आहार लेना
(ii) सिर की अच्छे से मालिश करना
(iii) बालों की अच्छे से करना या बालों की सफाई का ख्याल रखना
(iv) मानशिक तनाव को कम करने के प्रयाश करें । ज्यादा मानशिक तनाव ना
लें ।
(v) बालों में चेमिकल्स का इस्तेमाल करने से बचें ।
(vi) अगर सिर में कुछ इन्फेक्शन है तो उसका तुरंत कराएँ
2. गंजेपन का रामबाण तेल क्या है ?
बाज़ार में ऐसे बहुत से तेल मौजूद हैं जो
गंजेपन की समस्या को दूर करने के दावा करते हैं । लेकिन केवल तेल इस्तेमाल करने से
गंजापन दूर नहीं हो सकता । हमने पहले ही ऊपर में गंजेपन के बारे में सारी जानकारी
बताई हुई है , आपको उसे जरुर पढना चाहिए । तेल के इस्तेमाल से केवल हम बालों को
पोषित कर सकते हैं और उन्हें बचाकर रख सकते हैं । बालों की मालिश के लिए कुछ तरह
के तेल को आप इस्तेमाल कर सकते हैं :
(i) केश कींग (Kesh King)
(ii) सरसों का तेल
(iii) जैतून का तेल
(iv) लैवेंडर फूल का तेल
(v) अरंडी का तेल इत्यादि
3. महिलाओं में गंजेपन का कारण क्या हैं
?
हालाँकि, हमने उपर में गंजेपन के कारण बताये
हैं, आपको उसको जरुर पढना चाहिए । महिलाओं में गंजेपन के कारण कुछ इस तरह शामिल है
–
(i) ज्यादा उम्र का बढ़ना
(ii) हार्मोंस का असंतुलित हो जाना
(iii) ज्यादा दवाओं का सेवन करना
(iv) बालों पर ज्यादा स्ट्रेस देना जैसे
हेयर ड्रायर का इस्तेमाल करना, हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल करना, कलर कराना
इत्यादि शामिल हैं ।
(v) ज्यादा मात्रा में केमिकल जैसे पदार्थों
का इस्तेमाल करना
(vi) ज्यादा स्ट्रेस लेना या मानशिक
तनाव का बने रहना
(vii) किसी मुख्य विटामिन या मिनरल कि
कमी का होना
(viii) किसी रोग से संक्रमित होना जैसे
थाइरोइड
(ix) मेडिकल समस्याएँ
4. गंजापन किसके कारण होता है ?
गंजापन का कोई एक मुख्य कारण नहीं है, इसके
कई कारण हो सकते हैं । गंजापन के कारण
में शामिल हैं –
1.
शरीर में पोषण की कमी होना
2. शरीर में खून की कमी का होना
3. थाइरोइड रोग से संक्रमित होना
4. शुरू से चली आ रही बीमारी का
पारिवारिक इतिहास
5. मानसिक तनाव
6. बढती उम्र
7. अधिक दवाइयों का सेवन करना
8. सिर तथा अन्य जगहों पर इन्फेक्शन का
होना
5. गंजेपन का घरेलु इलाज क्या है ? Home Remedies
for Hair fall
गंजेपन के लिए कुछ घरेलु इलाज इस तरह से
शामिल हैं जैसे -
(i) आलू के रस को स्कैल्प पर लगायें और
15 से 20 मिनट के बाद धो लें ।
(ii) आप प्याज़ के रस को स्कैल्प
पर लगायें और 30 – 45 मिनट रखें, फिर उन्हें धो लें ।
(iii) आंवला बालों के स्वास्थ के लिए
बहुत लाभकारी होता है । आंवला को सुखा कर पावडर बनाएं और फिर इसे नारियल के तेल के
साथ मिश्रित करके मालिश करें ।
इसमें से आपको जो अच्छा लगे किसी एक को
आप , अपना सकते हैं और झड़ते हुए बालों को रोक सकते हैं ।
6. गंजापन किस विटामिन की कमी से होता है
?
गंजापन का मुख्य कारण विटामिन की कमी
नहीं होती है । गंजापन के पीछे कई करक हो सकते हैं जैसे उम्र, अनुवांशिता, हार्मोनल
बदलाव, मेडिकल कंडीशन, उपयोगिता और आहार के प्रभाव आदि ।
हालाँकि, कुछ विटामिन और पोषक तत्वों
कि कमी, बालों के स्वास्थ को प्रभावित करती है, जैसे विटामिन डी की कमी, प्रोटीन की
कमी, विटामिन इ की कमी , विटामिन बी काम्प्लेक्स , विटामिन सी और बायोटिन आदि तत्व
हो सकते हैं ।
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वजन बढ़ाना और मोटा होने के लिए वजन बढ़ाने के टिप्स || Best Weight Gain Tips in Hindi