आज के दौर में अगर हम ये पूछे की कौन पूरी तरह से स्वस्थ है तो शायद यह सवाल गलत होगा क्यूंकि आज कि व्यस्तता भरी जीवन में किसी भी व्यक्ति के पास कमाने के अलावा कुछ बचा ही नहीं है .
पैसे को ही सब कुछ मान बैठे है और शायद
ये भूल बैठे है कि जिस शरीर में सहारे हम पैसे कमा रहे है अगर वो शरीर ही ना रहे
तो क्या फिर भी हम पैसा कम सकते हैं ?
यह सवाल छोटा तो है पर शायद बहुत बहुत
गंभीर भी . अभी हमने देखा कि कोरोना के आने से ना जाने कितने लोगों ने अपनी जाने गवा
दी और ऐसा भी नहीं है कि केवल कोरोना के आने से पहले कोई बीमारी नहीं थी , लेकिन इतनी
सीख तो जरुर मिली होगी कि जिस शरीर के माध्यम से हम हर कार्य को पूर्ण कर लेते है
तो क्या फिर क्या हम उसकी उतनी देख भाल कर पाते है ?
यह सवाल वक्त के साथ अपने आप में ही उलझन
पैदा कर रहा है . आज इस धरती पर ऐसा व्यक्ति नहीं है जो कि पूरी तरह से स्वस्थ हो .
आखिर क्यूँ ?
आज हम इस सवाल के उत्तर के बारे में
बात करेंगे . आईये शुरू करते हैं ......................
आज के दौर में इन्सान इतना व्यस्त हो
चूका है कि उसे क्या खाना चाहिए , क्या
नहीं खाना चाहिए , इसका उसको कोई ज्ञान नहीं रह गया . उसे जो मिल रहा उसे तुरंत
अपने भोजन में ग्रहण कर लेता है , बिना यह
सोचे कि क्या फायदेमंद है और क्या नुकसानदायक . इस जाल में सबसे ज्यादा अगर कोई फश
है तो वो है युवा पीढ़ी .
युवावस्था के दौरान व्यक्ति में उर्जा की
मात्र काफी ज्यादा होती है और दौड़ भाग भी काफी रहता है जिसके कारण अगर वो कुछ खाए
या बिना खाए भी अगर एक दिन रह लेता है तो उसे ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा क्यूंकि शरीर
में उर्जा है और वो अपने आपको किसी भी तरीके से मैनेज कर लेगी .
आब बात करते हगे क्या – क्या गलतियाँ
हम कर रहे है , जिसके कारण हमे भविष्य में कई बिमारियों का सामना करना पड़ सकता है .
नशीली पदार्थों का सेवन (Use of
Tobacco Products)
आज दुनिया में लगभग 50 प्रतिशत से
ज्यादा लोग नशीली पदार्थो का सेवन करते हैं और एक सर्वे में ये भी पता चला है कि
रूस में सबसे ज्यादा मौतें केवल शराब पीने से होती है . हमारी युवा पीढ़ी हेरोगिरी दिखाने
के चक्कर में कई सारे नशीली पदार्थों के आधीन होती जा रही और उसकी आदि होती जा रही
. जैसे सिगरेट का सेवन , शराब , गांजा , हेरोइन , चरस आदि जैसे नशीली पदार्थों को ले रहा और ना जाने
कितने घर उजड़ रहे और अपने शरीर को भी नाश करते जा रहे .
नशा करने से कैंसर जैसे खतरनाक बीमारी
से लोग हर साल लाखो कि संख्या में अपनी जान गवा बैठते हैं . यही नहीं , ना जाने
ऐसी कितनी बीमारियाँ हैं जिसके कारण लाखों कि संख्या में लोग अपनी जान गवा बैठते
हैं . यह प्रतिशत दिन – प्रतिदिन बढाती ही जा रही है . और इसकी एक ही वजह है और वो
है हमारी अपनी सेहत के प्रति लापरवाही .
विज्ञान तकनिकी का इस्तेमाल प्रतिदिन
बढ़ना
एक तरफ आधे से ज्यादा युवा पीढ़ी नशे में धुत्त होकर अपने जीवन को एक अंत कि तरफ लेकर जा रहे है और दूसरी तरफ संसार में बढती हुई तकनिकी भी इन्सान को बिमारियों से ग्रसित होने के लिए लाचार कर रहे हैं .
आज के तकनिकी ने अपना कव्जा कुछ इस तरह
से जमाया हुआ है जैसे कि वह एक मनुष्य का अंग बन गया हो . बिना तकनिकी के इन्सान
मर जायेगा , कुछ इस तरह कि घटनाएँ भी सामने देखने को मिल जाती हैं . तकनिकी दुनिया
में क्रांति लाने का काम इन्टरनेट ने किया और आज इसी कि बदौलत है कि घर बैठे ,
बिना हिले – डुले सभी चीजों को एक्स्सस कर पा रहे .
आज दुनिया में सारे काम मशीन से होने
लगे हैं जिसके कारण हमारा शरीर अलसी होता जा रहा और कुछ लोगों को तो इसी आलस के
कारण ना जाने कितनी बीमारियाँ घेर लेती हैं जैसे मोटापा , मधुमेह , टी . बी
इत्यादि जैसी समस्याए उनके ऊपर हावी हो जाती हैं .
इस तकनिकी भरी दुनिया में भी अपने आपको
स्वस्थ रख सकते है लेकिन उसके लिए हमे उन गलतियों को बंद करना पड़ेगा जो हम आये दिन
कर रहें हैं . और अगर हम उन गलतियों को कम कर देते हैं तो शायद हम अपने आप को स्वस्थ रखने
में सफल हो सकते हैं . उन गलतियों को हम हम किसी अगले पोस्ट में जानेंगे लेकिन
इतना जरुर ध्यान रखना है हमे कि अभी भी वक्त है हमे अपने अपने सेहत का पूरा ध्यान
देना चाहिए .
अश्लील चीज़ों का भक्त बन जाना (Addiction Of Porn Videos or
Adult Videos)
जब से मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ना शुरू
हुआ है तब से शायद अश्लीलता ने भी अपने पैर पसारने सुरु कर दिए हैं . आज के दौर में
जहाँ बच्चे आंगन में खेला करते है वहीँ आज माँ – बाप ने बच्चों के हाथ में मोबाइल
थमा दिया है और यह तक नहीं पूछते कि आखिर मेरा बच्चा मोबाइल में करता होगा .
इधर जब से कोरोना का दौर आया , तब से
ऑनलाइन क्लास और मोबाइल का इस्तेमाल बढ़ना शुरू हो गया . बच्चे ऑनलाइन क्लास तो कर
रहे थे लेकिन शायद इसी का फायदा उठाकर इन्स्टाग्राम , फेसबुक और भी सोशल मीडिया का
इस्तेमाल क्लारना शुरू कर दिए .
जहाँ पुरे देश में lockdown का माहौल
बना हुआ था , वही पर ऑनलाइन मर्केस्ट अपना पैर पसर रहा था . lockdown के कारण कई घरो
में बहुत ज्यादा दिक्कते होने लगी लेकीन जैसे तैसे इसको हमने पार कर ही लिया .
इसमें युवा पीढ़ी के मानसिक स्टार पर
भुत प्रभाव पड़ा , एक ही चीज़ को बार – बार देखते – देखते वो भी परेसान होने लगे और अपने
भविष्य को लेकर चिंता में रहने लगे . लेकिन कुछ लोगों ने इससे छुटकारा पाने के लिए
योग , व्यायाम और अच्छी किताबों का सहारा लिया , लेकिन दूसरी तरफ जिनके पास मोबाइल
थे , उन्होंने ने अश्लील वीडियोस का सहारा लिया जिसके कारण पहली बार उन्हें मज़ा
आने लगा और फिर धीरे – धीरे उनको लत लगने लगी और अब वाही लोग इसे छोड़ने के लिए भागे
फिरते हैं .
खैर यह सिर्फ lockdown कि नहीं सारे
युवा पीढ़ी कि बात कर रहे , जो नशे का सेवन
करते हैं , वो लोग अपनी वासना को मिटने के लिए पोर्न का भी सहारा लेते है और खामखा
में ही अपनी पूरी सेहत का सत्यानाश कर देते हैं . इससे समस्याएँ शीघ्र पतन , पेट
दर्द , अंदरूनी कमजोरी जैसी समस्याएँ होने कि संभावना बढ़ जाती है . मानसिक स्तर पर देखा जाय तो क्रोध , चिडचिडापन , काम वासन जैसी मस्निक
समस्याएँ वास करने लगाती हैं .
समस्याएँ बहुत सारी हैं लेकिन उन सभी समस्याओं को एक साथ एक
पोस्ट में बता पाना मुस्किल सा है और बीमार होना या स्वस्थ ख़राब होने के लिए जितनी
भी समस्याएँ हैं वो सारी समस्याएँ इन्ही में से एक हैं .
सवाल बहुत छोटा सा है लेकिन बहुत गंभीर
भी है , इसपर गौर करना बहुत जरुरी है .
तो आपने देखा की आखिर ऐसे कौन सी आदतें
या विकृतिया हैं जो हमारे आधी युवा पीढ़ी के स्वास्थ को ख़तम कर रही या बर्बाद कर
रही . हमने इस पोस्ट में केवल समस्याओं के बारे में बात किया और अगर आप इससे समझ
गए तो आप भी इन गलतियों को छोड़कर अपने स्वास्थ को कई गुना बचा सकते हैं .
अगर आप चाहते हैं कि हम आपको हर समस्या
के ऊपर एक अलग पोस्ट लिख कर दें या आप अलग – अलग पोस्ट पढना चाहते हैं तो हमे
कमेंट जरुर करें .