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अकेलापन खतरनाक या फायदेमंद ?

 यह ख़ुशी होगी कि आप इस ब्लॉग को 

पूरा पढेंगे , तो बिना समय गवाए आईये 

जानते हैं कि आखिरकार खाश विषय क्या है ?

 

हमेशा कि तरह हम फिर से इस ब्लॉग 

में आपका स्वागत करते हैं . आशा करते 

हैं कि आप कुशल मंगल होंगे .




आईये बिना समय गवाए अपने विषय 

पर आते हैं  और आपको एक नए विषय 

पर लेकर जाते हैं . यह विषय आपके 

मानसिक इस ब्लॉग में आज हम सबसे 

हट कर बात करेंगे और हमे और 

सामाजिक स्वस्थ्य से सम्बंधित है .

 

हमारा विषय है अकेलापन .

सवाल यह है कि अकेलापन 

खतरनाक है या फायदेमंद ?

 

अब इसका जवाब आसान तो 

है मगर जैसा कि हम सभी जानते

 हैं कि हर एक चीज़ के दो पहलु

 होते हैं तो इसका कैसे भूल सकते हैं ?

 

इस संसार में जितनी भी चीज़ें है 

या होती हैं या हो रही हैं उन सभी 

के गलत और सही दोनों effects होते हैं . 

लेकिन समझने वाली बात यह है 

कि किसी का नेगेटिव इम्पैक्ट ज्यादा 

होता है तो किसी का positive 

इम्पैक्ट ज्यादा होता है .

 

यही ऐसे दो पहलु हैं जो किसी भी 

चीज़ को अच्छा या बुरा बनाते हैं . 

जिस चीज़ में positive इम्पैक्ट 

ज्यादा होता है और नेगेटिव इम्पैक्ट 

कम होता है उस चीज़ को हम मनुष्य 

अपने हित में लाते हैं या उसे हम 

अच्छा मानते हैं .

 

उसी जगह जिस चीज़ में नेगेटिव 

इम्पैक्ट ज्यादा मात्रा में दिखाई देता 

है और positive इम्पैक्ट कम होता 

है उसे हम बुरा मानते हैं या उसे हम 

मनुष्य अपने हित में नहीं लाते हैं .

 

अब अकेलापन भी कुछ इसी तरह 

का सवाल हो सकता है और इसका 

जवाब भी दोनों पहलु में हो सकता है .

 

आईये इसको बारीकी से समझते हैं 

और फायदे नुक्सान दोनों को जानने 

का प्रयाश करते हैं .

 

अकेलापन एक ऐसी स्तिथि होती 

है जहाँ हमे बस अपने आप से ही 

सवाल और जवाब दोनों ही करना 

पड़ता है , इसका मतलब ये नहीं कि 

अगर किसी बात से आप कही अकेले 

दुखी बैठे हैं तो हम इसे अकेलापन 


बोलेंगे , बल्कि यहाँ उस अकेलेपन 

कि बात हो रही जिसमे आपको किसी

 ने दुःख नहीं पहुँचाया बल्कि आपको

अपने जीवन का अस्तित्व या लक्ष्य पता

 चल गया हो और उसकी तरफ अग्ग्रेस्सर 

होने कि तयारी में लग गएँ हों .

 

ऐसी स्तिथि में आपका कोई साथी 

नहीं रहता , कोई हमसफ़र नहीं 

रहता , कोई मित्र यार नहीं रहता या 

हम कह सकते हैं कि कोई साथ 

नहीं रहता .

 

इस स्तिथि में बस कुछ चीज़ें होती हैं 

जो आपका साथ कभी नहीं छोड़ती 

वो है आपकी हिम्मत , आपके सपने , 

आपके लक्ष्य और आपके टूटे हुए भ्रम 

जो आपने अपने मन में पाल रखा होता है .

 

इस फार्मूला को अजमा कर बहुत 

से लोगों ने सफलता पाई है और 

जो इसको follow करता जायेगा 

वो आगे भी बढ़ता जायेगा .

 

अब सवाल यह है कि अकेलापन 

किसके लिए खतरनाक है और 

कैसे लोगों के लिए यह फायदेमंद 

साबित हो सकता है .

 

हम आपको पहले भी बता चुके 

हैं कि हर चीज के दो पहलु होते 

हैं , वैसे ही इसके भी दो पहलु होते हैं .

 

अकेलापन के नुक्सान

 



1 – अगर आपके अन्दर किसी भी 

चीज़ का डर रहता है जैसे फेल होने

का डर , कॉन्फिडेंस कि कमी का 

होना इत्यादि जैसी चीज़े हैं तो आपके 

अकेलापन खतरनाक साबित हो 

सकता है .

 

क्यूंकि जब आप अकेले में रहेंगे 

तो आपको छोटी सी बात भी बड़ी 

लगेगी और आप केवल खुद ही 

सोचेंगे और उतना ही सोच पाएंगे 

या कर पाएंगे जितना कोशिश 

करने वाले छोड़ देते हैं .

 

2 – अगर कोई व्यक्ति ऐसा है या 

किसी व्यक्ति के अन्दर सेक्स से 

सम्बंधित विचार ज्यादा आते हैं 

और वह व्यक्ति हमेशा अपने 

मन में अपोजिट जेंडर के प्रति 

गंदे विचार रखता है तो आपको 

या उस व्यक्ति को हर वक्त हस्तमैथुन


हई सूझी रहती है और ऐसे व्यक्ति 

अकेलापन का ज्यादा इस्तेमाल 

अपना वीर्य नुक्सान करने में ही 

लगे रहते हैं .

 

ऐसे लोगों के लिए अकेलापन खतरनाक 

साबित हो सकता है क्युन्क्जी उनकी सोचने 

समझाने की क्षमता एकदम से कम होने 

लगती है और वो कई सारे मानसिक 

समस्याओं के सीकर हो जाते हैं .

 

एस लोगों को अपना ज्यादा से ज्यादा 

समय अपने दोस्तों या परिवार के साथ 

बिताना चाहिए .ऐसा करने से आपके 

दिमाग  से साडी गन्दी विकृतियाँ कम 

हो जाएँगी और आपके अन्दर बहुत 

सारे बदलवाव देखने को मिलेगा .

 

3 – आज के युवा पीढ़ी में एक समस्या 

ज्यादा देखने को मिल रही है और है 

जॉब कि टेंशन , पढाई कि टेंशन , 

घर वालों कि टेंशन , रिश्तेदारों के  

तानों कि टेंशन इत्यादि जैसी चीज़े 

डिप्रेशन में दाल रहीं है .

 

अगर ऐसे व्यक्ति अकेलेपन में रहते हैं 

तो टेंशन में या डिप्रेशन में उनके दिमाग 

कि सोचने समझने कि क्षमता भी कम 

हो जाती है और अकेलापन के कारण 

वो अपने आप से सवाल करते हैं और 

अपने आप ही उसका जवाब भी 

पा लेते हैं .

 

ऐसी अवस्था में कभी कभी कुछ लोग 

गलत कदम  उठा लेते हैं . तो ऐसे लोगो 

के लिए भी अकेलापन खतरनाक साबित 

हो सकता है . ऐसे लोगों को इस स्तिथि में 

अपने टेंशन  या परेशानी को दोस्तों या 

परिवार से शेयर करना चाहिए और उनके

द्वारा दिए गए सुझाओं के नुसार कार्य 

करना चाहिए .

 

ऐसा करने से आपकी टेंशन भी कम 

हो जएगी और आपको उसका समस्या

का उपाय भी मिल जायेगा .

 

तो ये था अकेलेपन के नुक्सान और 

और यह किन लोगों के लिए खतरनाक 

साबित हो सकते हैं .

 

अब हम अकेलापन के बेहतरीन 
फायदे के बारे में बात करते हैं . 
आईये जानने कि कोशिश करते हैं .

 


1 – अगर कोई व्यक्ति बुद्धिमान है 

या उसकी सोचने समझने कि क्षमता 

बहुत तीव्र है और वह हर परीस्तिथि 

में अपने आप को कभी कमज़ोर 

नहीं पड़ने देता तो ऐसे व्यक्ति के 

लिए अकेलापन बहुत फायदेमंद 

साबित हो सकता है .

 

2 – जब आप एक शांत विचार 

के मनुष्य होंगे तो आप अकेलेपन

में अपने आप को ही पायेंगे और 

आपको अपना लक्ष्य और आप ,

यही दो चीज़ें दिखेंगे .

 

3 – अकेलेपन में आपको कोई 

परेशान नहीं कर पायेगा और 

जिस कारण आप अपने लक्ष्य 

कि पुरे तीव्र गति से एकाग्रचित्त 

होकर आगे बढ़ते जायेंगे और 

आप अपनी मंजिल को पा लेंगे .

 

4 – यह एक ऐसी अवस्था होती 

है जिसमे मनुष्य अपने वहमों से 

मुक्त हो जाता है और उसे यह 

समझ आने लगता है कि उसका 

लक्ष्य ही सबकुछ है .

 

और जिस मनुष्य को यह समझ 

आ गया कि लक्ष्य से बढकर

, मेहनत से बढ़कर इस दुनिया 

में कुछ भी नहीं है , उसका सफल 

होना तय है .

 

5 –मनुष्य को यह महसूस होने लगता 

है कि उसके केवल दो ही साथी है 

इस सफ़र में पहला वो खुद और 

दूसरा उनकी अटल हिम्मत , जो 

उसे कभी भी कमजोर  पड़ने न दे .


6  जितने भी लोग आज सफल हुए 

हैं हमारे इतिहास में आप उनकी 

बायोग्राफी पढ़िए , उसमे ये जरुर 

दिखेगा कि उन्होंने इस अकेलेपन 

का सही इस्तेमाल करके अपनी 

सफलता को हासिल किया है और 



आज भी जो व्यक्ति इसका सही 

इस्तेमाल करेगा वो सफल होगा 

ही क्यूंकि दुनिया सिर्फ ताने दे सकती 

है और उसको इससे कोई मतलब नहीं

है कि आप कि ज़िन्दगी sad है तो ज़िन्दगी 

आपकी है म्हणत आपको करनी है और 

आज से ही लग जाईये .



 

ये थे अकेलेपन के फायदे और 

आप समझ ही गए होंगे कि 

किसके लिए यह फायदेमंद है 

और किसके लिए खतरनाक .

 

अकेलेपन का सही इस्तेमाल 

कीजिये और अपने लक्ष्य कि 

तरफ अग्रेसर हो जाईये , सफलता 

एक दिन जरुर आपके कदमों को चूमेगी .

 

सफलता हमेशा मेहनत करने 

वालों पर ही फ़िदा होती है .

 

अगर आप को यह पढ़कर अच्छा 

लगा हो तो हमे follow करें और 

अपना कोमेंट जरुर छोड़े .

 

धन्यवाद   

  

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